लॉक डाउन के दौरान संकट से जूझ रहे लोगों की मदद करनी है तो इस स्थिति में भी 112 नंबर डायल करें। पीआरवी के जवान आपका संपर्क पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से कराएंगे इनकी अनुमति के बाद आप राहत सामग्री का वितरण कर सकते हैं।
यूपी 112 की ओर से शुरू की गई इस व्यवस्था को रिस्पांस भी मिलना शुरू हो गया है जिसके तहत मदद करने की इच्छुक लोगों की कॉल भी आना शुरू हो गई है। अभी तक डायल 112 पर आने वाली कॉल मदद मांगने तक ही सीमित थी। हालांकि अब यह व्यवस्था भी कर दी गई है कि अगर कोई व्यक्ति लॉकडाउन के दौरान संकट में फंसे लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहता है तो वह भी यूपी 112 पर कॉल कर सकता है।
इस तरह की कॉल आने पर पीआरवी के जवान स्थानीय थाने सर्किल ऑफीसर या फिर एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारियों से संबंधित व्यक्ति का संपर्क कराएंगे। अफसरों की अनुमति मिलने के बाद संबंधित व्यक्ति बताए गए क्षेत्र में राहत सामग्री का वितरण कर सकेगा। बता दें कि राहत सामग्री वितरण करने को लेकर अब भी बहुत से लोगों में भ्रम की स्थिति है कि वह कहां और किससे संपर्क करें।
पुलिस अफसरों का कहना है कि यूपी 112 की इस पहल से ना सिर्फ मदद की इच्छुक लोगों को आसानी होगी बल्कि जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाए जाने के क्रम में भी तेजी आएगी। यूपी 112 के इंस्पेक्टर हरिकेश तिवारी का कहना है कि लोग मदद के लिए भी 112 नंबर पर कॉल कर कर रहे हैं। जिनका संपर्क उच्चाधिकारियों से करा कराया जा रहा है।
रोजाना आ रही ढाई सौ 300 कॉल यूपी 112 से जुड़े पुलिस अफसरों का कहना है कि जिले में मौजूदा समय में रोजाना ढाई सौ से 300 कॉल 112 नंबर पर आ रही हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर कॉल्स लॉक डाउन के दौरान राशन या अन्य मदद मांगने से संबंधित होती हैं। बताया कि जनता कर्फ्यू लागू होने के बाद से यानी 22 मार्च के बाद से सबसे ज्यादा कॉल 29 मार्च को रिकॉर्ड की गई। इस दिन जिले से कुल 383 लोगों ने मदद के लिए 112 नंबर पर फोन किया।
यूपी 112 की ओर से शुरू की गई इस व्यवस्था को रिस्पांस भी मिलना शुरू हो गया है जिसके तहत मदद करने की इच्छुक लोगों की कॉल भी आना शुरू हो गई है। अभी तक डायल 112 पर आने वाली कॉल मदद मांगने तक ही सीमित थी। हालांकि अब यह व्यवस्था भी कर दी गई है कि अगर कोई व्यक्ति लॉकडाउन के दौरान संकट में फंसे लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहता है तो वह भी यूपी 112 पर कॉल कर सकता है।
इस तरह की कॉल आने पर पीआरवी के जवान स्थानीय थाने सर्किल ऑफीसर या फिर एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारियों से संबंधित व्यक्ति का संपर्क कराएंगे। अफसरों की अनुमति मिलने के बाद संबंधित व्यक्ति बताए गए क्षेत्र में राहत सामग्री का वितरण कर सकेगा। बता दें कि राहत सामग्री वितरण करने को लेकर अब भी बहुत से लोगों में भ्रम की स्थिति है कि वह कहां और किससे संपर्क करें।
पुलिस अफसरों का कहना है कि यूपी 112 की इस पहल से ना सिर्फ मदद की इच्छुक लोगों को आसानी होगी बल्कि जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाए जाने के क्रम में भी तेजी आएगी। यूपी 112 के इंस्पेक्टर हरिकेश तिवारी का कहना है कि लोग मदद के लिए भी 112 नंबर पर कॉल कर कर रहे हैं। जिनका संपर्क उच्चाधिकारियों से करा कराया जा रहा है।
रोजाना आ रही ढाई सौ 300 कॉल यूपी 112 से जुड़े पुलिस अफसरों का कहना है कि जिले में मौजूदा समय में रोजाना ढाई सौ से 300 कॉल 112 नंबर पर आ रही हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर कॉल्स लॉक डाउन के दौरान राशन या अन्य मदद मांगने से संबंधित होती हैं। बताया कि जनता कर्फ्यू लागू होने के बाद से यानी 22 मार्च के बाद से सबसे ज्यादा कॉल 29 मार्च को रिकॉर्ड की गई। इस दिन जिले से कुल 383 लोगों ने मदद के लिए 112 नंबर पर फोन किया।